Blockchain Technology Kya Hai? ब्लॉकचेन कैसे काम करती है? : Hello दोस्तों स्वागत है आपका technicalbandu.com के इस नए पोस्ट मैं जिसमें आप जानेंगे की Blockchain Technology Kya Hai? What is Blockchain and How It Works? इस पोस्ट को पढ़कर आपको कही और जाने की जरूरत नही है क्योंकि आज मैं आपको Blockchain Technology Kya Hai? Related सब Points Clear करूंगा.उसके लिए बस आपको इस पोस्ट को Last तक पढना है |
Contents
- 1 Blockchain Technology Kya Hai?
- 2 ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अविष्कार किसने किया है?
- 3 ब्लॉकचेन कैसे काम करती है?
- 4 ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के कितने प्रकार होते हैं?
- 5 क्या हैं ब्लॉकचेन और बिटकॉइन में अंतर
- 6 पब्लिक और प्राइवेट ब्लॉकचैन में फर्क
- 7 ब्लॉकचैन कितना सुरक्षित है
- 8 ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के क्या क्या फायदे हैं?
- 9 ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के क्या क्या नुकसान है?
- 10 FAQs :-Blockchain Technology Kya Hai?
- 11 Conclusion
Blockchain Technology Kya Hai?
ब्लॉकचेन, किसी भी डिजिटल ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड को बेहद सुरक्षित रखने वाली टेक्नोलॉजी है। इसकी मदद से डिजिटल ट्रांजैक्शन में किसी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। यह टेक्नोलॉजी बिजनेस नेटवर्क में किए गए असेट्स के ट्रांजैक्शन का पूरा रिकॉर्ड सेव रखती है।
ब्लॉकचेन नेटवर्क पर सभी ट्रांजैक्शन को वर्चुअली ट्रैक किया जा सकता है। साथ ही इससे ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने में भी मदद मिलती है।
जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को क्रिप्टोकरंसी भेजता है, तो यह ट्रांजेक्शन डेटा कंप्यूटर्स के पास जाता है, जिसके जरिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन को वेलिडेट किया जाता है और फिर इन्हें डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में शामिल किया जाता है। इस तरह की ट्रांजेक्शन एक ब्लॉक में दर्ज हो जाती हैं।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अविष्कार किसने किया है?
ब्लॉकचेन Technology को invent Satoshi Nakamoto ने सन 2008 में किया था ताकि वो इसे cryptocurrency bitcoin में, उसके public transaction ledger के हिसाब से कर सकें।
ये सब करने क पीछे Satoshi Nakamoto का जो मुख्य उद्देश्य था वो ये की वे एक decentralized Bitcoin ledger—the blockchain— बनाना चाहते थे जो की लोगों को उनके पैसों को control करने की क्ष्य्मता देता है जिससे की कोई भी third party, या कोई भी government, भी इन पैसों को access या monitor नहीं कर सके.
Bitcoin का creator जो की हैं Satoshi, अचानक ही गायब हो जाते हैं सन 2011 में, और उनके पीछे इस open source software को छोड़ जाते हैं जिसे की Bitcoin users इस्तमाल करें और उसे update और improve करें.
बहुतों का मानना है की ये Satoshi Nakamota नाम का कोई व्यक्ति ही नहीं है ये बस ये काल्पनिक character है. वैसे इसकी सत्यता को लेकर किसी के पार भी सही जानकारी उपलब्ध नहीं है
Bitcoin के लिए ब्लॉकचेन का invention एक ऐसा पहला digital currency जो की double spending problem को हल कर सकता है बिना किसी trusted central authority या central server के मदद के. इसलिए ये Blockchain Technology बहुत सारे दुसरे application का inspiration भी रहा है.
ब्लॉकचेन कैसे काम करती है?
ब्लॉकचेन डिजिटल जानकारी को रेकॉर्ड और डिस्ट्रीब्यूट करने की अनुमति देती है। ब्लॉकचेन लेनदेन का एक ऐसा रेकॉर्ड है जिसे बदला, हटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है। ब्लॉकचेन को डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (डीएलटी) के रूप में भी जाना जाता है। ब्लॉकचेन पहली बार 1991 में एक रिसर्च प्रोजेक्ट के रूप में आया था लेकिन वर्ष 2009 में में बिटकॉइन में इसका इस्तेमाल किया गया। अब इसे क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कई दूसरे कामों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। Blockchain Technology Kya Hai?
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के कितने प्रकार होते हैं?
Blockchain Technology मुख्यता तीन प्रकार के होते हैं। जो निम्नलिखित है
- Public Blockchain
- Private Blockchain
- Hybrid Blockchain
Public Blockchain
पब्लिक ब्लॉकचेन का उपयोग सभी लोग कर सकते हैं। जैसे Bitcoin, Litecoin इत्यादि सभी पब्लिक ब्लॉकचेन के अंतर्गत आते हैं। अगर आपके पास High Internet connection है तो आप पब्लिक ब्लॉकचेन का उपयोग कर इन नेटवर्क की गतिविधि को माइनिंग कर सकते हैं।
Private Blockchain
पब्लिक ब्लॉकचेन के बिल्कुल विपरीत Private Blockchain काम करती है। इसका उपयोग करने के लिए आपको परमिशन लेनी पड़ती है, क्योंकि इसे कोई सिंगल पार्टी कंट्रोल करती है। Private Blockchain का उपयोग बड़ी बड़ी संस्था करती है। प्राइवेट ब्लॉकचेन के उदाहरण Hyperledger, Multichain, Ripple इत्यादि हैं।
Hybrid Blockchain
Hybrid Blockchain, Public Blockchain और Private Blockchain का combination है। यह ब्लॉकचेन इन दोनों का इस्तेमाल करती है। और इस बात को का फैसला करती है। कि किस बात को पब्लिक ब्लॉकचेन रखना है और किसी प्राइवेट। इसके उदाहरण Dragonchain हैं।
क्या हैं ब्लॉकचेन और बिटकॉइन में अंतर
कुछ लोग बिटकॉइन और ब्लॉकचेन को लेकर अक्सर भ्रम में रहते है। ऐसे में इनके अंतर को भी जान लें।
Blockchain | Bitcoin |
ब्लॉकचेन एक टेक्नोलॉजी का नाम हैं। | ब्लॉकचेन पर आधारित बिटकॉइन एक एप्लीकेशन हैं। |
ब्लॉकचेन को distributed database कहते हैं। | बिटकॉइन को क्रिप्टो करेंसी कहते हैं। |
ब्लॉकचैन अंडरपिनिंग तकनीक हैं। | बिटकॉइन को खरीदा एवं बेचा जा सकता हैं। |
ब्लॉकचेन के अंदर ट्रांजैक्शन की हिस्ट्री स्टोर रहती हैं। | बिटकॉइन को माइनिंग के द्वारा प्राप्त किया जाता हैं। |
पब्लिक और प्राइवेट ब्लॉकचैन में फर्क
- Blockchain Technology द्वारा आने वाले समय में Data Security में क्रन्तिकारी बदलाव होने जा रहे हैं, जिससे कार्यो में पारदर्शिता रहेगी और समय थता पेसो की भी बचत की जा सकेगी। मुख्य रूप से दो प्रकार के ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी हैं, Public और Private तो आईये दोनों के बीच के फर्क को समझते हैं।
- Public Blockchain:-Public Blockchain एक खुला हुवा नेटवर्क है, जिसमे कोई भी जुड़ सकता है, और जुड़ते ही बाकि Nodes की तरह नेटवर्क में हो रही सारी गतिविधि पड़ या देख सकता है, और वह होने वाली किसी भी Transaction का हिस्सा भी बन सकता है। पब्लिक ब्लॉकचैन में नेटवर्क पर किसी का भी कंट्रोल नहीं होता और एक बार डाटा Validate होने के बाद उसमे बदलाव करना बहुत मुश्किल होता है। पब्लिक ब्लॉकचैन का उदहारण Bitcoin (BTC) और Ethereum (ETH) हैं, और यह एक सुरक्षित ब्लॉकचैन कहलाता है।
- Private Blockchain :-Private Blockchain एक केंद्रीयकृत (Centralized) नेटवर्क है, जिसे एक ग्रुप द्वारा बनाया या चलाया जाता है, और इसमे जुड़े हुए Nodes को अलग-अलग Permission और Restriction दी जाती है। इसमें किसी नए Node को जुड़ने के लिए, पहले से जुड़े हुए Node से Permission लेनी पड़ती है। प्राइवेट ब्लॉकचैन का उदहारण Ripple और Hyper Ledger हैं, इस ब्लॉकचैन को कम सुरक्षित माना जाता है।
ब्लॉकचैन कितना सुरक्षित है
अगर सुरक्षा की बात की जाए तो निसंदेह यह टेक्नोलॉजी सुरक्षित है, जिस तरह से शुरुवात में इसे काफी सुरक्षित माना जाता था, जिसे Hack करना लगभग नामुमकिन था।
लेकिन टेक्नोलॉजी हमेशा दोनों पक्षों के लिए बदलती रहती है, यहाँ पर Hackers द्वारा भी नई Hacking Technology को विकसित करके ब्लॉकचैन में गड़बड़ी करने की काफी खबरे सामने आई हैं, तो सुरक्षा एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, जो ब्लॉकचैन में भी विक्षित की जा रही है, ताकि दूसरे क्षेत्रों में भी इस टेक्नोलॉजी का अधिक इस्तेमाल किया जा सके।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के क्या क्या फायदे हैं?
ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी Blockchain Technology के बहुत सारे फायदे हैं जो निम्नलिखित है
- यह एक ओपन सोर्स टेक्नोलॉजी है।
- इसे हैक करना लगभग नामुमकिन है।
- सिक्योरिटी सिस्टम कॉफी नेक्स्ट लेवल का है।
- सारी गतिविधियों को एक क्लिक में जान सकते हैं।
- किसी भी प्रकार का लेनदेन की प्रक्रिया को मिनटों में सुलझा देता है।
- इसमें थर्ड पार्टी की कोई आवश्यकता नहीं है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के क्या क्या नुकसान है?
हम सभी को पता है जहां फायदा होता है नुकसान भी वहीं से उठाना पड़ता है। इसलिए Blockchain Technology के कुछ नुकसान भी है जो इस प्रकार है
- इस नेटवर्क का उपयोग करने के लिए आपको अच्छी खासी फीस देनी पड़ती है।
- जैसे-जैसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में लोग जान रहे हैं इसके उपयोग करता उतनी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं इस वजह से इसमें बहुत सारी समस्याएं भी आ रही है।
- इसके स्पीड में कमी देखने को मिली है।
- इसका इस्तेमाल करने के लिए हाई पावर की जरूरत पड़ती है।
- 1 साल में जितनी बिजली की खपत नीदरलैंड जैसे देश करता है। उससे कहीं ज्यादा बिजली की खपत बिटकॉइन अकेले करता है।
- अगर आपने अपना बिटकॉइन गलती से किसी को भेज दिया। तो फिर दोबारा वापस नहीं आएगा।
FAQs :-Blockchain Technology Kya Hai?
Blockchain Technology Kya Hai ?
ब्लॉकचेन, किसी भी डिजिटल ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड को बेहद सुरक्षित रखने वाली टेक्नोलॉजी है। इसकी मदद से डिजिटल ट्रांजैक्शन में किसी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। यह टेक्नोलॉजी बिजनेस नेटवर्क में किए गए असेट्स के ट्रांजैक्शन का पूरा रिकॉर्ड सेव रखती है।
ब्लॉकचैन कितना सुरक्षित है
अगर सुरक्षा की बात की जाए तो निसंदेह यह टेक्नोलॉजी सुरक्षित है, जिस तरह से शुरुवात में इसे काफी सुरक्षित माना जाता था, जिसे Hack करना लगभग नामुमकिन था।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अविष्कार किसने किया है?
ब्लॉकचेन Technology को invent Satoshi Nakamoto ने सन 2008 में किया था ताकि वो इसे cryptocurrency bitcoin में, उसके public transaction ledger के हिसाब से कर सकें।
Conclusion
मुझे आशा है कि आप मेरी बात समझ चुके होंगे अगर आपको कुछ भी जानकारी चाहिए या content मैं कुछ भी गलती लगे तो जरूर कमेंट करें | आपको यह content helpful लगा हो तो प्लीज इसे अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें
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