Sunday, June 4, 2023
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DM Kya Hota Hai | DM किसे कहते है, कैसे बने, Salary, Full Form,कार्य

DM Kya Hota Hai | DM किसे कहते है, कैसे बने, Salary, Full Form,कार्य :- हर व्यक्ति का सपना होता है कि वह आगे बढ़कर सफलता की पवित्री सीमा को प्राप्त करे। किसीके मन में इंजीनियर बनने का सपना हो सकता है, किसीका इच्छा हो सकता है कि वह शिक्षक बनकर समाज के उद्धार कार्यों में योगदान दे, और किसीको पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा करने की इच्छा हो सकती है।

उसी तरह किसीका सपना हो सकता है कि वह UPSC की परीक्षा पास करके डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बने, जिसे अंग्रेजी में DM कहा जाता है। यह पद बहुत महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित होता है। यदि आप DM बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपकी मदद कर सकता है। इसलिए, “DM कैसे बने” के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें|



Contents

Dm Ka Full Form

DM का पूरा नाम “जिला मजिस्ट्रेट” (District Magistrate) होता है और हिंदी में इसे “जिला प्रमुख”, “जिला न्यायाधीश” या “मुख्य प्रशासनिक अधिकारी” भी कहा जाता है।

DM Kya Hota Hai ?

जिला मजिस्ट्रेट भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी होता है जो भारत में जिले का प्रभारी होता है और प्रशासनिक इकाई के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

Read More :- ITI Full Form In Hindi | ITI Course Kya Hota Hai

DM कैसे बनें ?

DM kaise bane यह सवाल  हम सभी के मन एक बार जरूर आता है। अब आप DM बनने की एलिजिबिलिटी के बारे में समझ गए होंगे। DM kaise bane यह जानने के लिए नीचे दिए गए पॉइंट्स को पढ़ें :

  • आपको जिस विषय में पढ़ने में ज्यादा रूचि है वो ही विषय चुनें। इसी तरह आप आर्ट्स या फिर कॉमर्स विषय से भी इस परीक्षा को दे सकते हो।
  • बैचलर स्तर की पढ़ाई पूरी करें:
    12th परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आपका अगला स्टेप होता है, बैचलर स्तर की पढ़ाई करना। आप IAS बनने के लिए किसी भी स्ट्रीम से बैचलर स्तर की पढ़ाई  पूरी कर सकते है। इसके लिए भी कोई फिक्स सब्जेक्ट नहीं है। बेहतर होगा कि आप यहाँ पर भी अपने मन से किसी भी विषय का चुनाव करें। आपको जिस विषय में पढ़ने में अच्छा लगता है उसी से बैचलर स्तर की पढ़ाई कीजिये।
  • प्रारंभिक परीक्षा पास करें- 
    • ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आपकी अखिल भारतीय सेवाओं की तैयारी शुरू होती है। अखिल भारतीय सेवा परीक्षा को पास करने के लिए आपको तीन परीक्षाएं पास करनी होती हैं। पहली परीक्षा होती है प्रीलिम्स, दूसरी मुख्य परीक्षा और तीसरी होता है आपका इंटरव्यू। प्रीलिम्स परीक्षा में दो पेपर होते हैं, प्रत्येक पेपर के लिए 200 अंक होते हैं। इन दोनों पेपर्स में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं, जिसमें हर एक प्रश्न के लिए आपको चार विकल्प दिए जाते हैं।

      आपको इनमें से एक सही उत्तर को चुनना होता है। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होती है, जिसमें गलत उत्तर के लिए 0.33 अंक काटे जाते हैं। प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध होता है। इस परीक्षा को देने के लिए 2 घंटे का समय होता है, लेकिन विकलांग अभ्यर्थियों को 20 मिनट की अतिरिक्त समय दिया जाता है।

    • परीक्षा में उपस्थित होने से पहले अभ्यार्थी को पहले प्रीलिम्स परीक्षा को पास करना होता है। प्रीलिम्स परीक्षा को पास करने के बाद, अगला लक्ष्य है मुख्य परीक्षा को पास करना। इसमें आपको कठिन परिश्रम करना होता है। इसका सिलेबस थोड़ा बड़ा होता है और इसमें लगातार बदलाव होते रहते हैं। इस परीक्षा के लिए आपको कुल 9 पेपर देने होते हैं, जिसमें लिखित और मौखिक दोनों ही शामिल होते हैं। इस परीक्षा का सिलेबस समय-समय पर बदलते रहता है, इसलिए आप इसके सिलेबस के बारे में आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं।

  • इंटरव्यू पास करें: मुख्य परीक्षा को पास करने के बाद, आपका अंतिम चरण होता है इंटरव्यू देना। इसमें आपके सामरिक और आदेशनीय अफसर आपका इंटरव्यू लेते हैं। इसमें आपकी मानसिकता भी महत्वपूर्ण होती है। यह लगभग 45 मिनट का समय लेता है और कुल 275 अंक होते हैं। इस इंटरव्यू में आपसे कठिन और चालाकानी सवाल पूछे जाते हैं। साथ ही, आपकी सोचने-समझने की क्षमता को जांचने के लिए आपसे डबल मीनिंग वाले सवाल भी पूछे जा सकते हैं।

    सुनने में वे सवाल आपको गंदे लग सकते हैं, लेकिन आपको सकारात्मक ढंग से दिमाग से सोचकर उनका जवाब देना होगा। इसे पास करने के बाद आप एक IAS अफसर बन जाते हैं। यूपीएससी पास करने के बाद, आपको तत्परता से ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। ट्रेनिंग में तीन महीने का फाउंडेशन कोर्स, भारतीय दर्शन, फेज 1 और अंतिम में इंडक्शन होता है, जिसके दौरान आपको ज्वाइनिंग लेटर दिया जाता है।



DM के कार्य 

DM के कार्य क्या है: DM के कार्य निम्नलिखित है जो इस प्रकार है

  • जिला प्रमुख भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी होता है यह किसी भी जिले का सर्वोच्च कार्यकारी व्यक्ति होता है
  • इसका काम जिले में कानून व्यवस्था बनाये रखन है.
  • DM पुलिस को नियंत्रण और निर्देश भी दे सकता है.
  • दिस्त्रिक्ट्याह जिले में प्रबंधन का कार्य करता है
  • District Magistrate के अन्दर अधीनस्थ कार्यकारी मजिस्ट्रेटो का निरिक्षण भी यही करता है.
  • यह म्रत्यु दंड के कार्यान्वयन को प्रमाणित करता है.
  • DM का काम क्रषि ऋण का वितरण करना भी होता है
  • DM बकाया आयकर, उत्पादन शुल्क, सिंचाई बकाया शुल्क को वसूलना आदि का काम भी करता है.
  • इसका काम जिला बैंकर समन्वय समिति की एवं जिला योजना केन्द्र की अध्यक्षता करना होता है
  • जिला अधिकारी बाढ़, सुखा, महामारी या कोई भी प्राक्रतिक आपदा आने पर हुई समस्या पर आपदा प्रबंधन का काम भी करता है
  • DM भूमि राजस्व का संग्रहण, भूमि के दस्तावेजो का रख रखाव, और भूमि को जोतना या उसमे कुछ सुधार करवाने का काम भी करता है.

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट परीक्षा फॉर्म कैसे भरें?

  • स्टेप 1: सबसे पहले यूपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • स्टेप 2: विभिन्न परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन पर क्लिक करें।
  • स्टेप 3: अब अगला कदम सेवा सिविल सेवा परीक्षा-प्रारंभिक परीक्षा में जाना है।
  • स्टेप 4 : आईएएस भाग 1 के साथ पंजीकरण शुरू करें।
  • स्टेप 5: अपने सभी व्यक्तिगत विवरण भरें।
  • स्टेप 6: फॉर्म शुल्क 100/- रुपये है।
  • स्टेप 7: अपनी सुविधानुसार परीक्षा केंद्र चुनें।
  • स्टेप 8: अपने पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ, हस्ताक्षर और पहचान पत्र के साथ विशेष रूप से सावधान रहें।
  • स्टेप 9: डिक्लेरेशन को उस पर क्लिक करके स्वीकार करें।
  • स्टेप 10: एक बार विवरण दोबारा जांचें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
  • स्टेप 11: भविष्य के संदर्भ के लिए इस प्रिंटआउट को अपने पास रखें।

DM बनने के लिए कौन सी किताब पढ़ें?

DM बनने के लिए आप सामान्य ज्ञान,करंट अफेयर, लोक प्रशासन,समाजशास्त्र, अंग्रेजी आदि की किताबें अवश्य पढ़नी चाहिए। हम यह भी कह सकते हैं कि यदि हमारे पास DM बनने के लिए कोई किताब नहीं है तो हम IAS की किताब भी पढ़ सकते हैं क्योंकि आईएएस और DM का लगभग एक जैसा ही होता है।

Best Books 

आधुनिक इतिहास 
आधुनिक भारत का एक संक्षिप्त इतिहास -राजीव अहीर
विश्व इतिहास – नार्मन लोवे
आधुनिक भारत का संक्षिप्त इतिहास – सुजाता मेनोन
प्राचीन इतिहास
‘ प्राचीन भारत’ – आर एस शर्मा (ओल्ड एनसीईआरटी)
मध्यकालीन इतिहास
मध्यकालीन भारत का इतिहास- सतीश चंद्र (ओल्ड एनसीईआरटी)
भारतीय संस्कृति
‘भारतीय संस्कृति के पहलू’ – स्पेक्ट्रम
कला और संस्कृति-नितिन सिंघानिआ
सीसीआरटी वेबसाइट
भौतिक भूगोल
प्रमाणपत्र भौतिक और मानव भूगोल
मानचित्र ऑक्सफोर्ड स्कूल एटलस
भारतीय भूगोल
भारत: भौतिक पर्यावरण (एनसीईआरटी)
विश्व का भूगोल
मानव भूगोल के मूल सिद्धांत (एनसीईआरटी)
भौतिक और मानव भूगोल का प्रमाण पत्र
अर्थव्यवस्था
भारत के लोग और अर्थव्यवस्था (एनसीईआरटी)
भारतीय अर्थव्यवस्था- रमेश सिंह
हालिया आर्थिक सर्वेक्षण
राजनीति
लक्ष्मीकांत द्वारा भारतीय राजनीति
डी डी बसु द्वारा भारत के संविधान का परिचय
पी एम बख्शी द्वारा भारत का संविधान
भारतीय राजनीति के लिए पुरानी एनसीईआरटी किताबें
दैनिक, मासिक और साप्ताहिक करेंट अफेयर्स
हिंदू
पीआईबी
मनोरमा इयरबुक (हिंदी में उपलब्ध)
विज्ञान और तकनीक
शंकर आईएएस द्वारा नोट्स
दैनिक समाचार पत्र
इसरो वेबसाइट
पर्यावरण और पारिस्थितिकी
समाचार पत्रों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर हाल की घटनाएं
एनआईओएस अध्ययन सामग्री




DM बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए?

DM बनने के लिए, उम्मीदवार को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (CSE) को पास करना होता है। यदि आप इस परीक्षा को पास करते हैं, तो आप IAS (भारतीय प्रशासिक सेवा) अधिकारी बन जाते हैं। कुछ समय बाद, IAS अधिकारी को पदोन्नति के बाद DM बनाया जाता है। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनने के लिए, आपकी हाइट कम से कम 5 फीट 6 इंच होनी चाहिए।

DM Ke Fayde or Shaktiya

  • DM को कई तरह के फायदे दिए जाते है, जैसे उन्हें रहने के लिए बंगला, गाड़ी, मेडिकल, सुरक्षा गार्ड, फोन आदि.
  • DM के पास इतनी शक्ति होती है की अगर वो चाहे तो अपने जिले में किसी भी मुख्यमंत्री को आने से रोक सकता है.
  • यह जिले के सभी सरकारी विभाग का मुखिया या जिलाधिकारी होता है.
  • जिले के किसी भी क्षेत्र की सरकारी इंडस्ट्री या प्राइवेट इंडस्ट्री को जिलाधिकारी ही कंट्रोल करता है.
  • किसी भी जिले के DM को मुख्यमंत्री हटा नहीं सकता वह सिर्फ उसका ट्रान्सफर कर सकता है.
  • धारा 144, जिले में या शहर में curfew एवं Law and Order से सबंधित सभी महत्वपुर्ण निर्णय DM ही लेता है
  • भीड़ पर करवाई या फायरिंग करने का आर्डर भी DM दे सकता है |

DM बनने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

DM Kaise Bane यह बताने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स नीचे दी गई हैं जो आपकी DM बनने के सफर में आपकी मदद करेंगी-

  • सबसे पहले एग्जाम की पूरी जानकारी होना जरूरी है। आप जिस भी स्ट्रीम में अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हो उसकी पढ़ाई के साथ-साथ आपको पहले से ही यूपीएससी के एंट्रेंस एग्जाम के लिए थोड़ा बहुत प्रिपरेशन करना शुरू कर देना चाहिए।
  • यूपीएससी के एंट्रेंस एग्जाम को देने के लिए आपको पहले से ही अपना स्टडी शेड्यूल निर्धारित कर लेना चाहिए ताकि आगे चलकर आपको पढ़ाई करने में कोई प्रॉब्लम ना हो। ऐसा शेड्यूल बनाइए जिसमें आप आराम से कम से कम 12 घंटे की पढ़ाई कर सकें।
  • आप जितना ज्यादा हो सके उतना ज्यादा जनरल नॉलेज और करंट अफेयर की बुक पढ़ना शुरू करें इससे आपको बहुत ही ज्यादा हेल्प मिलेगी और जितना ज्यादा आपको करंट अफेयर और जनरल नॉलेज की जानकारी होगी उतना अच्छा होगा ।
  • आपको लगातार न्यूज़ पेपर पढ़ते रहना चाहिए। करंट अफेयर के बारे में जानने के लिए आपको सबसे ज्यादा हेल्प न्यूजपेपर से मिलेगी।
  • यूपीएससी के पुराने प्रश्न पत्र को निकाले और उसे सॉल्व करने का प्रयास करें। इससे आपको अंदाजा लगेगा कि किस प्रकार के प्रश्न ज्यादातर यूपीएससी के एग्जाम में पूछे जाते है और उसी हिसाब से आप अपनी तैयारी करते रहिए।
  • अगर हो सके तो आप कोई अच्छा कोचिंग सेंटर भी ज्वाइन करें क्योंकि इससे बहुत ही ज्यादा हेल्प मिल जाती है। हमारे मन में जो भी सवाल आते है उनका जवाब हमें मिल जाते हैं।
  • अंतिम में हम आपको एक सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण टिप्स देना चाहेंगे। कभी भी हार मत मानिए और निरंतर रूप से प्रयास करते रहिए और अपने तैयारी पर पूरा फोकस रखिए। आप जरूर एक न एक दिन यूपीएससी का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके अपना सपना पूरा कर पाओगे।
  • एग्जाम में आने वाले सिलेबस को समझे ।
  • रणनीति और अध्ययन की सामग्री को इकट्ठा करें।
  • एकाग्रता के साथ पढ़ाई करें।
  • पढ़ाई के साथ ही साथ लेखन करना भी जरूरी है।



प्रारंभिक परीक्षा के लिए सिलेबस

पेपर 1 भारतीय इतिहास, सामान्य विज्ञान, भारतीय राजनीति, वर्तमान घटनाएँ, सामान्य मुद्दे, भारतीय भूगोल, विश्व भूगोल, सामाजिक विकास, आर्थिक विकास
पेपर 2 संचार कौशल, अंतर्वैयक्तिक कौशल, अंग्रेजी कौशल, अंग्रेजी समझ, भाषा कौशल जो उम्मीदवार द्वारा चुना जाता है, निर्णय लेने का कौशल, समस्या सुलझाने की क्षमता, मानसिक क्षमता, बुनियादी संख्या

मुख्य परीक्षा के लिए सिलेबस

पेपर सिलेबस अंक अवधि
निबंध किसी भी विषय पर निबंध 250 3 घंटे
सामान्य अध्ययन 1 भारतीय विरासत, संस्कृति,भूगोल 250 3 घंटे
सामान्य अध्ययन 2 संविधान, शासन,सामाजिक न्याय 250 3 घंटे
सामान्य अध्ययन 3 प्रौद्योगिकी, पर्यावरण,आपदा प्रबंधन 250 3 घंटे
सामान्य अध्ययन 4 नैतिकता, अखंडताऔर योग्यता 250 3 घंटे
वैकल्पिक विषय 1 कोई 250 3 घंटे
वैकल्पिक विषय 2 कोई 250 3 घंटे
पेपर 1 भारतीय भाषा( भाषा में से कोई भी) 300 3 घंटे
पेपर 2 अंग्रेजी भाषा 300 3 घंटे

वैकल्पिक विषय

वैकल्पिक विषय नीचे दिए गए हैं :-

  • कानून
  • भौतिक विज्ञान
  • सांख्यिकी
  • दर्शनशास्त्र
  • जूलॉजी
  • समाज शास्त्र
  • लोक प्रशासन
  • राजनीति विज्ञान
  • मेडिकल साइंस
  • प्रबंधन
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • सिविल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • अर्थशास्त्र
  • इतिहास
  • भूगोल
  • गणित
  • भूगर्भशास्त्र
  • कॉमर्स
  • कृषि
  • पशुपालन
  • रसायन विज्ञान
  • वनस्पति विज्ञान
  • एंथ्रोपोलॉजी

DM बनने के लिए योग्यता

सिविल सर्विस परीक्षा या UPSC (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) की परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए अभ्यार्थी को कुछ योग्यताएं पूरी करनी होती हैं। न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता यह होती है कि अभ्यार्थी के पास कम से कम बैचलर की डिग्री होनी चाहिए।

यदि कोई अभ्यार्थी एमबीबीएस या किसी अन्य मेडिकल परीक्षा को पास कर चुका है, लेकिन उनके पास इंटर्नशिप को पूरा करना बाकी है, तो वे इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें अपनी आखिरी मेडिकल परीक्षा पास करने वाली विश्वविद्यालय का सर्टिफिकेट प्रदर्शित करना होगा।

उम्र सीमा 

हर वर्ग के लिये अलग अलग आयु सीमा निर्धारित है

  • आप सामान्य वर्ग से है तो आपकी आयु 21 वर्ष से 30 वर्ष होनी चाहये
  • OBC वर्ग के लिये यहाँ पर 3 साल की छूट के साथ ये आयु सीमा 21 वर्ष से 33 वर्ष रखी गयी है
  • SC और ST के लिए 5 वर्ष की छुट दी जाती है और आयु सीमा 21 से लेकर 35 वर्ष रखी गयी है।



राष्ट्रीयता

  • IAS बनने के लिए अभ्यार्थी इंडिया ,नेपाल या फिर भूटान का नागरिक होना चाहिए। अभ्यार्थी तिब्बती शरणार्थी होना चाहिए जिनका पिता या पूर्वज 1 जनवरी 1962 से भारत मे स्थाई रूप से सेटल होने के लिए आये थे।
  • यदि कोई व्यक्ति इथोपिया , केन्या , मलावी , म्यांमार, पाकिस्तान , श्रीलंका , तंज़ानिया , यूगांडा , वियतनाम , ज़ैरे , या ज़ाम्बिया  का नागरिक है और वो इंडिया स्थायी रूप से सेटल होने के इरादे से आये है तो वो IAS बन सकता है।

DM बनने के लिए छात्र कितनी बार परीक्षा को दे सकते हैं ?

  • सामान्य वर्ग के विद्यार्थी इस परीक्षा को 6 बार दे सकते हैं।
  • ओबीसी वर्ग के विद्यार्थी परीक्षा 9 बार दे सकते है।
  • ST/SC यानी की अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी अपने आयु सीमा तक कई बार इस परीक्षा को दे सकते हैं यानी उनके लिए परीक्षा देने की कोई लिमिट नहीं है।
  • विकलांग विद्यार्थियों के लिए भी परीक्षा देने की कोई लिमिट नहीं है।

    DM की सैलरी

DM की सैलरी 56,100 से लेकर 1,18,500 रुपये हर महीने मिलता है। इस सैलरी के साथ DM को हर तरह की सुविधाएं मिलती है जैसे की चलने के लिए गाड़ी, रहने के लिए घर, नौकर, खाना बनाने वाला, सिक्योरिटी के लिए पुलिस और बहुत कुछ जोकि इनके बेसिक सैलरी के साथ नहीं जोड़ा जाता है।



FAQs  DM Kya Hota Hai | DM किसे कहते है, कैसे बने, Salary, Full Form,कार्य

क्या बिना कोचिंग के भी डीएम बना जा सकता है? 

इसका जवाब हाँ , काफी लोग बिना कोचिंग के डीएम बनाते है आज के ऑनलाइन युग में हर विषय के बारे गहरा अध्यन कर सकते है, मॉकटेस्ट भी दे सकते हैं और अपनी तैयारी को और अच्छा कर सकते हैं।

डीएम बनाने के बाद क्या अपना पसंदीदा जिला चुन सकता हूँ? 

जी नहीं, आप अपना पसंदीदा जिला नहीं चुन सकते मगर आप अपना पसंदीदा राज्य चुन सकते हैं।

डीएम की तैयारी कैसे करें? 

इसके लिए आपको 6-12 तक की NCERT बुक को पढ़ना चाहिए ,देश और दुनिया की सारी जानकारी होनी चाहिए, क़ानून की पूरी जानकारी होनी चाहिए , भारत में किस क्षेत्र में क्या हो रहा है उसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए।

यूपीएससी परीक्षा पैटर्न क्या है? 

यूपीएससी एग्जाम हर वर्ष कराती है। जिसमे आपको 3 एग्जाम देने होते है।
प्रारंभिक परीक्षा
मुख्य परीक्षा
इंटरव्यू

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनने के लिए कितना घंटा पढ़ना चाहिए ? 

यह उम्मीदवार पर निर्भर करता है वह कितने समय में क्या कर सकता है. कितना देर पढ़ना होगा इससे ज्यादा जरूरी सवाल है समय का सही सदुपयोग कैसे करे? यदि स्मार्ट स्टडी करते हो तो पहले चरण में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं।

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट का पावर क्या होता है? 

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट किसी भी ज़‍िले का सर्वोच्‍च कार्यकारी मजिस्‍ट्रेट अधिकारी है और उनकी जिम्‍मेदारी ज़‍िले में प्रशासन‍िक व्‍यवस्था बनाए रखने की होती है। विभिन्‍न राज्‍यों में डीएम की जिम्‍मेदारियों में अंतर होता है। जिले में कानून व्‍यवस्‍था बनाये रखना। पुलिस को नियंत्रित करना और निर्देश देना।

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनने के लिए अभ्यर्थियों का ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam Age Limit) में शामिल होने के लिए आयु 21 वर्ष से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इसमें ओबीसी (OBC) उम्मीदवारों को 3 और एससी/एसटी कैटेगरी के अभ्यर्थियों को 5 साल की छूट दी गई है।

Conclusion

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