Wednesday, September 27, 2023
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होली क्यों मनाया जाता है- Holi Kyu Manayi Jati Hai

होली क्यों मनाया जाता है- होली एक हिंदू त्योहार है जो हर साल फरवरी या मार्च में मनाया जाता है। यह वसंत के आगमन का प्रतीक है और रंगों के त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग और गुलाल लगाते हैं और खुशी मनाते हैं। होली का त्योहार भारत के सभी राज्यों में मनाया जाता है, लेकिन कुछ राज्यों में इसे विशेष रूप से धूमधाम से मनाया जाता है, जैसे कि उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश।



होली का त्योहार 2024

होली क्यों मनाया जाता है होली के त्योहार का धार्मिक महत्व भी है। यह भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम का त्योहार है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण ने राक्षस होलिका को मारने के लिए इस दिन रंगों का इस्तेमाल किया था। होली का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का भी प्रतीक है। इस दिन भाई अपनी बहनों को रंग लगाते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं। बहनें भी अपने भाइयों को गुलाल लगाकर उनका आदर करती हैं। होली का त्योहार एक खुशी और उल्लास का त्योहार है। यह दिन लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है और सभी के मन में प्रेम और भाईचारे की भावना पैदा करता है।

होली का त्योहार क्यों मनाते हैं?

  • होली वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। वसंत ऋतु का मौसम खुशी और उल्लास का प्रतीक है।
  • होली भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम का त्योहार है। भगवान कृष्ण और राधा प्रेम और समर्पण के प्रतीक हैं।
  • होली भाई-बहन के प्रेम का त्योहार है। भाई-बहन का प्रेम अटूट होता है।
  • होली एक खुशी और उल्लास का त्योहार है। यह दिन लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है और सभी के मन में प्रेम और भाईचारे की भावना पैदा करता है।

होलिका दहन पूजा विधि

होली क्यों मनाया जाता है होलिका दहन एक हिंदू त्योहार है जो हर साल फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान विष्णु के अवतार नरसिंह के द्वारा होलिका नामक राक्षसी का वध करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। होली क्यों मनाया जाता है

  • होलिका दहन से पहले एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर एक दीपक जलाएं।
  • दीपक के सामने एक गिलास पानी रखें और उस पर एक फूल चढ़ाएं।
  • होलिका दहन के लिए लकड़ी, घास और गोबर का ढेर लगाएं।
  • होलिका दहन के ढेर के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें और भगवान विष्णु के मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करें।
  • होलिका दहन के ढेर में आग लगा दें और भगवान विष्णु से प्रार्थना करें कि वे सभी बुराईयों को दूर करें और सभी को सुख और समृद्धि प्रदान करें।
  • होलिका दहन की पूजा के बाद प्रसाद बांटें और सभी लोगों को एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दें।

होलिका दहन की पूजा विधि में महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी चाहिए

  • होलिका दहन का ढेर साफ-सुथरा होना चाहिए।
  • होलिका दहन के ढेर में किसी भी प्रकार के ज्वलनशील पदार्थ नहीं होने चाहिए।
  • होलिका दहन के ढेर को जलने के बाद ठंडा होने दें और फिर उससे राख लें।
  • होलिका दहन की राख को घर में लाकर पूजा के स्थान पर रखें।
  • होलिका दहन की राख को शरीर पर लगाने से सभी प्रकार के रोग दूर होते हैं और शरीर स्वस्थ रहता है।




होलिका दहन पूजा मंत्र

असृक्पाभयसंत्रस्तै: कृता त्वं होलि बालिषै:। अतस्तवां पूजायिष्यामि भूते भूतिप्रदा भव।।’ इस मंत्र का उच्चारण करते हुए होलिका की सात परिक्रमा करें। इसी मंत्र के साथ होलिका कोअर्ध्य भी दें।

होली व्रत कथा

होली क्यों मनाया जाता है होली का व्रत एक हिंदू व्रत है जो हर साल फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु के अवतार नरसिंह के द्वारा होलिका नामक राक्षसी का वध करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक राक्षस राजा था। वह बहुत ही अत्याचारी था और उसने अपने राज्य में सभी लोगों को भगवान विष्णु की पूजा करने से मना कर दिया था। हिरण्यकश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम प्रह्लाद था। प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था और वह भगवान विष्णु की पूजा करता था। हिरण्यकश्यप को यह बात बहुत अच्छी नहीं लगी और उसने प्रह्लाद को मारने की बहुत कोशिश की, लेकिन भगवान विष्णु ने हर बार प्रह्लाद की रक्षा की। एक दिन हिरण्यकश्यप ने होलिका नाम की एक राक्षसी को प्रह्लाद को मारने के लिए कहा। होलिका को वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जल सकती थी। होलिका ने प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गया और होलिका जल गई।

होलिका दहन के दिन लोग होली के व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु से प्रार्थना करते हैं कि वे सभी बुराईयों को दूर करें और सभी को सुख और समृद्धि प्रदान करें।

होली कहा कहा मनाई जाती है

  • बांग्लादेश
  • ब्रिटेन
  • कनाडा
  • मॉरिशस
  • न्यूजीलैंड
  • संयुक्त राज्य अमेरिका
  • दिल्ली
  • दक्षिण अफ्रीका
  • श्रीलंका

होली क्यों मनाया जाता है होली के दिन लोग एक-दूसरे पर रंग और गुलाल लगाते हैं और खुशी मनाते हैं। यह एक रंगों का त्योहार है और यह लोगों को एक-दूसरे के करीब लाता है। होली के दिन लोग सभी मतभेदों को भूलकर एकजुट होकर खुशी मनाते हैं। होली का त्योहार भारत में सबसे अधिक धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के विभिन्न राज्यों में होली को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। कुछ राज्यों में होली के दिन लोग एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं, जबकि कुछ राज्यों में लोग होली के दिन पारंपरिक नृत्य और संगीत का आनंद लेते हैं।



होली का त्योहार एक खुशी और उल्लास का त्योहार है। यह दिन लोगों को एक-दूसरे से जोड़ता है और सभी के मन में प्रेम और भाईचारे की भावना पैदा करता है।

होली Photos

होली क्यों मनाया जाता है



होली क्यों मनाया जाता है



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Q:- होली से पहले क्या हुआ था?

होली से पहले के आठ दिनों को अशुभ माना जाता है

Q: होलिका दहन में नारियल क्यों डालते हैं?

ऐसा माना जाता है कि यह प्रथा घर में सौभाग्य और समृद्धि लाती है

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