रमज़ानों का सबसे पहला काम है कि आप रोज़ा रखें और कुछ भी खाने-पीने से परहेज करें। रोज़ा रखने के लिए आपको सुबह यानि सूरज निकलने से पहले और शाम को सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाना है। हालांकि, आप इफ्तार के बाद पूरी रात कुछ भी खा सकते हैं।
इस महीने में सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप जरूरतमंदों को ज़कात दें। बता दें कि ज़कात का मतलब होता है कि अपनी आमदनी में से कुछ हिस्सा किसी गरीब, अनाथ या फिर उन लोगों को देना जो परेशान हैं
रोज़ा बहुत पाकीज़ा चीज है, जिसमें शारीरिक संबंध भी नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि शारीरिक संबंध बनाने के बाद इंसान नापाक हो जाता है और इससे आपका रोज़ा टूट जाता है।
रमज़ान में आप म्यूजिक सुनने, टीवी देखने या फिर कोई फिल्म देखने से बचें। क्योंकि रमज़ान के महीने में सिर्फ सिर्फ अल्लाह को इबादत करने का हुक्म है इसलिए आप किसी भी तरह की फिल्म देखने से बचें और अपना ज्यादातर समय अल्लाह को याद करने में गुजारें।