यह करने से रमजान के रोज़ो में ला सकते प्यास से काबू।

 डिहाइड्रेशन और कमजोरी से बचने के लिए यह करे।  

❏ सेब के रस  को पानी में मिलाकर पीये। ऐसा करने से प्यास नहीं लगेगी। 

❏ प्याज, पुदीने और  मिश्री या गुड़ को समान मात्रा में पीसकर शरबत बना लें। रात में या सेहरी के वक्त पी लें। ऐसा करने से पूरे दिन प्यास नहीं लगेगी।

❏ सेहरी के  वक्त दही में गुड़ मिलाकर  खाने से भी प्यास नहीं लगती।

❏ सेहरी में चावल  का माड़ पीने से दिनभर लगने वाली तेज प्यास पर काबू किया जा सकता है। इसे इफ्तारी में भी ले सकते हैं क्योंकि इसका असर 24 घंटे तक रहता है।

❏ एक गिलास  पानी में एक चुटकी नमक घोल लें। रात में थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में एक-एक चम्मच पीने से अधिक प्यास लगने को कम हो सकता है।

डिहाइड्रेशन और  कमजोरी से बचने के लिए रात में पर्याप्त मात्रा में पानी पी सकते हैं।

❏ एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर पी लें. ऐसा सोने के पहले तक करेंगे तो प्यास नहीं लगेगी।

❏ 25 ग्राम सौंफ को 250 मिलीलीटर पानी में भिगोकर एक घंटे तक रखें। सोने से पहले इस पानी को पीयें इससे प्यास कम लगेगी।

❏ ऐसे तो इफ्तारी  या सेहरी में ज्यादा कुछ खाने का मन नहीं करता फिर भी ज्यादा ऑयली खाने से बचें। क्योंकि ऑयली खाना खाने से रोजेदारों को डकार के साथ उल्टियां या गैस की समस्या हो सकती है।

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रमज़ान मे इन दुआओ का करे एहतमाम । 

Ramzan Ki Dua In Hindi